Trade with India: आज के दिन अमेरिकी मुद्रा डॉलर एक अंतरराष्ट्रीय मुद्रा बन चुकी है हर एक देश एक दूसरे से डॉलर मैं व्यापार करना चाहता है। इससे पश्चिमी देश और अमेरिका का वर्चस्व बना रहता है ।
अमेरिकी मुद्रा डॉलर की वर्चस्व के कारण अगर किसी भी देश का कनफ्लिक्ट ऑफ इंटरेस्ट अमेरिका के साथ टकराता है तो अमेरिका उसे डॉलर मैं व्यापार करने पर प्रतिबंध लगा देता है। इससे उस देश के इकोनॉमी पर बहुत खतरा होता है और वह किसी भी दूसरे देश के साथ व्यापार नहीं कर पाता है।
रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण दुनिया में आर्थिक संकट पैदा हो गया हर एक देश चाहता है कि उसके व्यापार के बीच में कोई भी संकट ना आए। इस युद्ध के कारण अमेरिका और उसके सहयोगी देशों ने रूस पर डॉलर में व्यापार करने पर प्रतिबंध लगा दिया।
भारत रूस यूक्रेन युद्ध और फिर रूस पर लगे प्रतिबंध को देखते हुए दूसरे देशों के साथ रुपए में व्यापार करने के लिए बात कर रहा है, ताकि किसी भी स्थिति में भारत में आर्थिक संकट पैदा ना हो। इसमें भारत को सफलता भी मिल रही है हाल ही में भारत में इस देश के साथ रुपए में व्यापार करने का समझौता तय किया है।
भारत इस देश के साथ रुपए में व्यापार करेगा
भारत के विदेश मंत्रालय के अनुसार भारत और मलेशिया के बीच रुपए में व्यापार करने की सहमति बन गई है अब भारत और मलेशिया रुपए में व्यापार करेगा।
भारत और मलेशिया के बीच रुपए में व्यापार की घोषणा के बाद यूनियन बैंक ने एक बयान जारी किया, जिसमें यूनियन बैंक ने बताया कि उसने मलेशिया में स्थित इंटरनेशनल बैंक को मलेशिया में एक खास खाता खुलवाया है ताकि मलेशिया और भारत के बीच रुपए में व्यापार किया जा सके। मलेशिया में खाता खुलवाने वाला यह भारत का पहला बैंक बन गया है।
18 देशों ने रुपए में व्यापार करने के लिए भारत में खाता खोलें
आरबीआई के रिपोर्ट के अनुसार भारत में लगभग 18 देशो के बैंकों ने अपने खाते खोले हैं। इस सभी देशों ने भारत में यह खाते भारतीय रुपए में व्यापार करने के लिए खोले हैं। 18 देशों की लिस्ट में मलेशिया भी वह देश है जिससे भारत अब रुपए में व्यापार करेगा।
