मणिपुर हिंसा में अब तक 50 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और अभी भी हिंसा जारी है। साथ ही यह भी खबर आई है कि मणिपुर की राजधानी इंफाल में एक टैक्स असिस्टेंट की गोली लग कर मौत हो चुकी है। उनकी मौत का विरोध जताते हुए इंडियन रेवेन्यू सर्विस एसोसिएशन ने कायरतापूर्ण बताया। एसोसिएशन ने हाओकिप की फोटो पोस्ट करते हुए ट्वीट किया
मणिपुर में 3 मई को हिंसा भड़कने के बाद से पूरे राज्य में माहौल बहुत खराब हो चुके हैं। लोग एक दूसरे को मार पीट रहे हैं साथ ही लोग वहां की संपत्तियों को नुकसान पहुंचा रहे हैं। 3 मई के बाद से राज्य में हालत खराब है। इस हिंसा के बाद से ही सेना को वहां की सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए मणिपुर में उतार दिया गया है।
मणिपुर मे भारी संख्या में सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है साथ ही मणिपुर सरकार ने शूट एंड साइट का ऑर्डर दे रखा है सेना ने दावा किया कि उन्होंने मणिपुर में हो रही हिंसा पर काबू पा लिया है।
क्या है पूरा मामला
मणिपुर में यह हिंसा कोर्ट के एक आदेश आने के बाद से ही शुरू हो गया । कोर्ट ने राज्य सरकार को मैतेई समुदाय को अनुसूचित जनजाति में शामिल करने का निर्देश दिया था। इस आदेश आने के बाद से ही राज्य के 30 से ज्यादा अलग-अलग जनजातियां सड़कों पर इसके विरोध में उतर गई।
