शारदीय नवरात्रि घटस्थापना 2024: शारदीय नवरात्रि हिन्दू धर्म में बहुत महत्वपूर्ण त्यौहार है। यह त्यौहार देवी दुर्गा की आराधना का प्रमुख समय होता है और इसे विशेष रूप से देवी के नौ रूपों की पूजा के लिए जाना जाता है। शारदीय नवरात्रि आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से प्रारंभ होती है और इसका पहला दिन घटस्थापना के लिए समर्पित होता है।
घटस्थापना (कलश स्थापना) क्या है?
घटस्थापना नवरात्रि के पहले दिन की सबसे महत्वपूर्ण पूजा विधि होती है। इसमें कलश (घट) की स्थापना की जाती है, जो देवी दुर्गा की उपस्थिति का प्रतीक है। इस पूजा में कलश को घर या मंदिर के पूजा स्थल पर स्थापित किया जाता है और इसके साथ देवी दुर्गा का आह्वान किया जाता है।
देवी दुर्गा की कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त (घटस्थापना कब करें?)
2024 में शारदीय नवरात्रि की घटस्थापना का शुभ मुहूर्त इस प्रकार है:
- कन्या लग्न प्रारम्भ: 03 अक्टूबर, 2024 को प्रातः 6:15 बजे
- कन्या लग्न समाप्त: 03 अक्टूबर, 2024 को प्रातः 7:22 बजे
इस समय के दौरान पूजा करना अत्यधिक शुभ माना जाता है। यह समय देवी दुर्गा की कृपा प्राप्त करने के लिए सर्वश्रेष्ठ है।
कलश स्थापना की विधि
- पूजा स्थल की सफाई करें: सबसे पहले उस स्थान की अच्छी तरह से सफाई करें जहाँ आप घट स्थापित करेंगे।
- कलश स्थापना:
- एक तांबे या मिट्टी के कलश में जल भरें।
- कलश के ऊपर आम के पत्ते रखें और नारियल को लाल वस्त्र में लपेट कर उस पर रखें।
- कलश के पास अखंड ज्योत जलाएं।
- मिट्टी में जौ बोना: कलश के पास एक छोटी सी मिट्टी की थाली में जौ बोएं। यह जीवन की वृद्धि और सुख-समृद्धि का प्रतीक है।
- देवी का आह्वान: घटस्थापना के बाद देवी दुर्गा की मूर्ति या चित्र के सामने दीपक जलाकर उनकी आरती करें और मंत्रों का उच्चारण करें।
- पूजन सामग्री: देवी को चंदन, फल, फूल, धूप, कपूर, रोली, कुमकुम, पान, सुपारी और नारियल अर्पित करें। साथ ही भोग में मिठाई और फल अर्पित करें।
कलश स्थापना के दौरान क्या-क्या अर्पित करें?
- देवी को लाल या पीले रंग के वस्त्र पहनाएं।
- देवी को चूड़ियां, सिंदूर, महावर और बिंदी भी अर्पित करें।
- मिठाई में खासकर लड्डू या हलवा का भोग लगाएं।
- फल में खासकर अनार, केला और सेब का भोग लगाएं।
पूजा का समापन
पूजा के अंत में देवी की आरती करें और अपने परिवार के सदस्यों के साथ मिलकर प्रसाद वितरित करें। नवरात्रि के नौ दिनों तक इस पूजा स्थल पर देवी का ध्यान और उनकी आराधना करें।
FAQs
शारदीय नवरात्रि 2024 में कब से शुरू हो रही है?
शारदीय नवरात्रि 03 अक्टूबर, 2024 से शुरू हो रही है।
कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त क्या है?
कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त 03 अक्टूबर, 2024 को प्रातः 6:15 से 7:22 बजे तक है।
कलश स्थापना के लिए क्या सामग्री चाहिए?
कलश स्थापना के लिए कलश, जल, नारियल, आम के पत्ते, चंदन, रोली, फल, फूल, दीपक, धूप, कपूर आदि सामग्री की आवश्यकता होती है।
क्या कलश स्थापना का कोई विशेष नियम है?
घटस्थापना कन्या लग्न या शुभ मुहूर्त में ही की जानी चाहिए ताकि इसका सकारात्मक प्रभाव प्राप्त हो सके।
नवरात्रि के दौरान क्या व्रत रखना आवश्यक है?
नवरात्रि में व्रत रखना भक्तों के ऊपर निर्भर करता है, लेकिन अधिकांश लोग इस दौरान उपवास रखते हैं और देवी दुर्गा की पूजा करते हैं।