अश्विन माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को विनायक चतुर्थी मनाई जाती है, जो शारदीय नवरात्रि के बीच में आती है। इस बार विनायक चतुर्थी 6 अक्टूबर, 2024 को पड़ेगी। यह दिन गणेश जी की पूजा के लिए महत्वपूर्ण होता है, क्योंकि इसे विशेष रूप से विघ्नों को दूर करने वाला पर्व माना जाता है। इस दिन रवि योग का संयोग भी बन रहा है, जो पूजा के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है।
इस शुभ मुहूर्त में पूजा करने से होगी मनोकामनाएं पूरी
विनायक चतुर्थी की पूजा का शुभ समय 6 अक्टूबर को सुबह 10:58 बजे से दोपहर 1:19 बजे तक रहेगा। यह 2 घंटे 21 मिनट का समय पूजा के लिए उत्तम माना गया है। इस मुहूर्त में भगवान गणेश की पूजा करने से जीवन में सुख-समृद्धि और शांति आती है।
पूजा विधि
- प्रातः काल स्नान करके गणेश जी की मूर्ति या चित्र स्थापित करें।
- दीपक जलाएं और दूर्वा, मोदक, नारियल, और लाल फूल चढ़ाएं।
- भगवान गणेश की आरती करें और विधिपूर्वक पूजा संपन्न करें।
- इस दिन उपवास करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है। आप फलाहार कर सकते हैं या निर्जल व्रत भी रख सकते हैं।
विनायक चतुर्थी का महत्त्व
विनायक चतुर्थी का धार्मिक और सांस्कृतिक महत्त्व अत्यधिक है। नवरात्रि के बीच में आने के कारण इसे और भी विशेष माना जाता है। इस दिन भगवान गणेश की पूजा से न केवल भक्तों के विघ्न दूर होते हैं, बल्कि यह दिन नवरात्रि के अन्य दिनों की पूजा को भी सफल बनाता है। जो लोग इस दिन व्रत और पूजा करते हैं, उनके जीवन में सभी प्रकार की बाधाएं दूर होती हैं और उन्हें सुख, शांति और समृद्धि की प्राप्ति होती है।
रवि योग का महत्त्व
रवि योग का संयोग बहुत ही शुभ माना जाता है। यह योग किसी भी कार्य की सफलता के लिए उत्तम समय होता है। इसलिए इस दिन गणेश जी की पूजा करने से भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और जीवन में आने वाली सभी समस्याएं दूर होती हैं।
FAQs
विनायक चतुर्थी अक्टूबर 2024 में कब है?
विनायक चतुर्थी 2024 में 6 अक्टूबर, रविवार को मनाई जाएगी।
विनायक चतुर्थी पर कौन-कौन सी चीजें चढ़ानी चाहिए?
गणेश जी को दूर्वा, मोदक, नारियल, लाल फूल और गुड़ चढ़ाना चाहिए।
क्या विनायक चतुर्थी पर व्रत रखना चाहिए?
हां, इस दिन व्रत रखने से भगवान गणेश की विशेष कृपा प्राप्त होती है।
रवि योग का महत्त्व क्या है?
रवि योग किसी भी कार्य को शुभ और सफल बनाने के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है। गणेश जी की पूजा के लिए यह योग विशेष रूप से शुभ होता है।
विनायक चतुर्थी का शुभ मुहूर्त क्या है?
6 अक्टूबर को पूजा का शुभ समय सुबह 10:58 बजे से दोपहर 1:19 बजे तक है।